किसी रिश्ते को नाम देके उसे आखिरी दम तक निभाना हर किसी में ऐसा भाव नहीं होता। किसी रिश्ते को नाम देके उसे आखिरी दम तक निभाना हर किसी में ऐसा भाव नहीं ...
ये हैं भविष्य भारत कुल का यही वृक्ष विशाल बन जाएंगे। ये हैं भविष्य भारत कुल का यही वृक्ष विशाल बन जाएंगे।
खुल के आता नहीं जुबां पे कभी दिल के अंदर छुपा हुआ क्या है। खुल के आता नहीं जुबां पे कभी दिल के अंदर छुपा हुआ क्या है।
ए हवा फिर से बता देना अपना कौन साथ देगा ए हवा फिर से बता देना अपना कौन साथ देगा
अपनों के आगे हाथ फैलता, हर पहर भूख से मरता। अपनों के आगे हाथ फैलता, हर पहर भूख से मरता।
अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे। अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे।